School ka bhoot Kahani Hindi मेरा नाम लालजी
ठाकोर है। और
मैं गुजरात का
रहने वाला हूं
जो kahani में आप
लोगों को बताने
जा रहा हूं।
वह मेरे साथ
आज से करीब
8 साल पहले हुआ
था। तब मैंने
11 क्लास में पढ़ता
था। (school mein bhoot, aatma kahani)
School ka bhoot Kahani Hindi
School ka bhoot Kahani Hindi: में जिस स्कूल
में पढता था।
उस स्कूल के
बाजू में ही
एक बहुत ही
बड़ी जमीन थी।
जीसे कि हमारे
स्कूल ने खरीद
लिया था। क्योंकि
मेरा स्कूल वहां
पर हॉस्टल बनाना
चाहता था। इसलिए
हमारे स्कूल ने
वह जगह खरीद
ली थी। और
अगले ही दिन
हमारे स्कूल ने
उस जगह पर
खुदाई भी चालू
कर दी। (school mein bhoot, aatma kahani)
लेकिन खुदाई करते समय
उस जगह पर
काफी सारे कंकाल
मिले। दो-तीन
कंकाल तो हमारे
स्कूल ने साइंस
लेब में रखवा
दिये। लेकिन बाकि
सरे कंकालों को
वही पर दफना
दिया क्योंकि वह
काफी टूट-फुट
चुके थे। जिसकी वो
एक्सपेरिमेंट में काम
नहीं ला सकते
थे। फिर कुछ
समय बाद हमारे
स्कूल ने उस
जगह पर हॉस्टल
भी बनवा दिया।
bhoot ki Kahani in Hindi
और हॉस्टल बनवाने
के बाद हमारे
स्कूल ने हॉस्टल
के पीछे एक
लोहे की सीडी
भी लगवा दीथी। इमरजेंसी के लिए
लेकिन जब से
वह हॉस्टल बना
था। वह हॉस्टल
के साथ कुछ
अजीबोगरीब घटनाएं होती थी।
जैसे कि उस
हॉस्टल में रहने
वाले लड़के किसी
परछाई को देखने
का दावा करते
थे। और उनके
द्वारा रखा हुआ
सामान बिखरा हुआ
पाया जाता था।
पहले तो हमारे
स्कूल मैनेजमेंट ने
इतना ध्यान नहीं
दिया।
उन्होंने सोचा कि
बच्चे आपस में
मजाक कर रहे
हैं। लेकिन उसके
करीब 1 महीने बाद एक
लड़के ने हॉस्टल
की तीसरी मंजिल
से कूदकर आत्महत्या
कर ली। फिर
इस घटना के
बाद हमारे स्कूलमे
पुलिस भी आई पुलिस
ने इंवेस्टिकेट भी
किया लेकिन उसकी
मौत का कारण
अभी तक हमें
हमें पता नहीं
चला।
फिर उसके बाद
हमारे हॉस्टल में
खुदकुशी की घटनाएं
बोहत ज्यादा बढ़ गई
और उसके ठीक
अगले हप्ते ही
एक ही महीने
में 3 लोगों ने
आत्म हत्या करली।
फिर उसके बाद हमारे
स्कूल ने पासके
चर्च से एक
फादर को बुलाया।
और उन्हें यह
सारी घटनाएं बताइए।
फादर ने बताया
कि इस जगह
पर पहले एक
कब्रिस्तान था।
school mein bhoot, aatma kahani
school mein bhoot, aatma kahani
जिसमें बहुत सारी
आत्माओं का बसेरा
था। लेकिन आप
लोगों ने इस
जगह पर हॉस्टल
बनाकर उन आत्मा
को नाराज कर
दिया था। इसी
कारण वह आत्माएं
आप से बदला
ले रही हैं।
और जिन लड़कों
ने आत्महत्या किया
था वह आत्महत्या
नहीं बल्कि उन
आदमियों ने ही
उन्हें धक्का दिया था।
फिर उसके बाद
उन फादर ने
हमारे पूरे हॉस्टल
की सिद्धि की।
फिर उसके बाद
से आज तक
किसी ने भी
उस हॉस्टल से
खुदकुशी नहीं की।
हालांकि भूतों की देखने
की घटना वहां
पर अक्सर होती
रहती हैं। लेकिन
किसी ने भी
आत्महत्या नहीं की।
फिर उसके करीब
1 साल बाद मैंने
भी उस स्कूल
को छोड़ दिया। (school mein bhoot, aatma kahani)
School ka bhoot Kahani Hindi दोस्तों आज की
पोस्ट में बस
इतना ही फिर
मिलेंगे एक और
नई कहानी के
साथ आपका दिन
शुभ रहे।
More
Kahani -
0 Comments
please do not enter any spam link in the comment box.